रतना राईका, जिन्हें रतना रायका के नाम से भी जाना जाता है, 15वीं शताब्दी के एक वीर, निष्ठावान और समर्पित रबारी योद्धा थे। उनका जन्म राजस्थान के जोधपुर जिले के बिकमकोर गांव में हुआ था। जन्म का समय विक्रम संवत 1401 की चैत्र सुदी पूर्णिमा का दिन बताया गया है। उनके पिता का नाम नताजी राईका और माता का नाम उगा देवी था।
इस विवरण में रतना राईका की धार्मिक और सामाजिक भूमिका पर भी प्रकाश डाला गया है, जहाँ उन्हें बाबा रामदेव जी के घनिष्ठ मित्र और विश्वासपात्र के रूप में प्रस्तुत किया गया है। यह उनके जीवन की सबसे बड़ी पहचान मानी जाती है, जिससे उनकी निष्ठा, मित्रता और सेवा-भावना का पता चलता है।
यह विवरण रतना राईका को एक ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण व्यक्तित्व के रूप में दर्शाता है, जिनका योगदान सिर्फ रबारी समाज ही नहीं बल्कि राजस्थान के इतिहास में भी याद किया जाता है।