रणछोड़ भाई रबारी ने 1965 के युद्ध में निभाई थी अहम भूमिका
रणछोड़ भाई रबारी ने 1965-1971 ना युद्धों मां महत्वपुर्ण भूमिका बजावी हती
पाकिस्तान सेना पर भारी पड़ गया था रबारी
रणछोड़भाई रबारी
बात जब भारत और पाकिस्तान की हो, तो हर भारतीय के खून में उबाल सा आ जाता है। जब-जब भारत के वीर सपूतों के किस्से सुनाए जाते हैं, तो पूरा देश का बच्चा-बच्चा देश के लिए समर्पित हो जाता है।
जिस व्यक्ति को हमेशा ही शान्ति का प्रतीक माना गया हो, वैसे तो वह एक साधारण आम आदमी ही है। लेकिन 1965 और 1971 के भारत-पाकिस्तान के युद्ध में भारतीय सेना का 'मार्गदर्शक बन' कर उन्होंने सैकड़ों पाकिस्तानी सैनिकों को धूल चटा दी थी।
रणछोड़भाई रबारी की एक ऐसी ही कहानी है जिन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच 1965 व 71 में हुए युद्ध के समय सेना का मार्गदर्शन किया, वह मानसिक रूप से भी मजबूत रहे। उनका निधन-2013 में 112 वर्ष की उम्र में उनके निवास स्थान बानासकांठा जिले की एक पोस्ट बाणेगांव में हुआ। रबारी भारत-पाक युद्ध के समय सरहद पर सेना की मदद के लिए एक पोस्ट के नाम मंदिर, गुजरात पहुंचे थे। इस पोस्ट का नाम उनके नाम पर 'रणछोड़ पोस्ट' रखा गया।