रबारी/राईका पारंपरिक वस्त्र क्या पहनते हैं?
राईका समुदाय के पुरुष आमतौर पर मोटी धोती पहनते हैं, जो खादी या खद्दर की बनी होती है। शरीर पर अंगरखा और सिर पर लाल रंग की पगड़ी होती है। वृद्ध पुरुष प्रायः सफेद पगड़ी पहनते हैं। उनकी पगड़ी की लंबाई लगभग 6 से 7 मीटर तक होती है। खास अवसरों जैसे त्योहारों पर वे ज़री और मोटे गोटे-पट्टी से सजी हुई पगड़ी पहनते हैं।
उनके हाथों में चांदी की मोटी कड़े और कानों में सोने या चांदी की बालियाँ होती हैं।
रबारी धर्म (Rabari Religion)
राईका समुदाय के लोग अत्यंत धार्मिक और परंपरागत हिन्दू धर्म को मानने वाले होते हैं। वे अपनी उत्पत्ति भगवान शिव से मानते हैं, इसलिए शिव की पूजा प्रमुखता से करते हैं। इसके अलावा वे भगवान राम, हनुमान, कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की भी उपासना करते हैं।
उनके धार्मिक नियमों में शामिल हैं:
नियमित पूजा करना
धार्मिक ग्रंथों जैसे रामायण, गीता, भागवत पुराण का अध्ययन
कुलदेवियों की विशेष पूजा करना (जैसे चामुंडा माता, मिठाई माता, सोगमाता माता आदि)
नवरात्रि और अन्य पर्वों पर उपवास और विशेष धार्मिक कार्य करना
राईका समाज मांसाहार नहीं करता, और कुछ समुदायों में तो लहसुन और प्याज तक का सेवन वर्जित माना गया है। वे धार्मिक अनुष्ठानों में पवित्रता, साफ़-सफ़ाई और सादगी को बहुत महत्व देते हैं।